News Video Quiz Tools More

Quiz Categories

General Knowledge Test Your IQ Islamic Knowledge Quiz Science Quiz History Quiz Fun Quiz

Tools & Utilities

Age Calculator Unit Converter QR Code Generator BMI Calculator Search Tool Love Calculator Wishes

Explore More

About Us Donate Us Privacy Policy Terms of Service Contact Advertise With Us Correction Policy Disclaimer Future Plan Writers
By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
NoorPostNoorPost
  • होम
  • न्यूज़
    • राष्ट्रीय
    • अंतरराष्ट्रीय
    • मुस्लिम दुनिया
  • इतिहास
    • मुस्लिम वैज्ञानिक
    • सामाजिक कार्यकर्ता
    • स्वतंत्रता सेनानी
    • उस्मानी साम्राज्य
    • जीवनी
  • वीडियो
  • ब्लॉग
  • मजहब
  • अन्य
    • खान-पान
    • स्वास्थ्य
    • शिक्षा
    • रोजगार
    • साइंस-टेक्नोलॉजी
      • मोबाइल
Sign In
नोटिफिकेशन और दिखाएं
Font Resizerआ
Font Resizerआ
NoorPostNoorPost
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • मुस्लिम दुनिया
  • इतिहास
  • खान-पान
  • ब्लॉग
  • मजहब
  • रोजगार
  • वीडियो
  • शिक्षा
  • साइंस-टेक्नोलॉजी
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
Search
  • प्रमुख पेज
    • होम
    • संपर्क करें
    • गोपनीयता नीति
    • अस्वीकरण
    • सर्च करें
  • मेरी चीजें
    • सुरक्षित पोस्ट
    • मेरे लिए
    • पढ़े गए पोस्ट
    • पसंदीदा टॉपिक्स
    • पसंदीदा लेखक/लेखिका
  • Categories
    • मुस्लिम दुनिया
    • राष्ट्रीय
    • अंतरराष्ट्रीय
    • इतिहास
    • खान-पान
    • ब्लॉग
    • मजहब
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
    • रोजगार
    • वीडियो
    • साइंस-टेक्नोलॉजी
    • सोशल मीडिया
Sign In Sign In
Follow US
> ब्लॉग > सफल व्यापार के लिए 8 इस्लामी सिद्धांत, पवित्र कुरान और हदीस की रोशनी में

सफल व्यापार के लिए 8 इस्लामी सिद्धांत, पवित्र कुरान और हदीस की रोशनी में

एо अहमद
एо अहमद
एо अहमद
लेखकएо अहमद
Founder and Editor
मैं आफताब अहमद इस साइट पर एक लेखक हूं, मुझे विभिन्न शैलियों और विषयों पर लिखना पसंद है। मुझे ऐसा निबंध और ब्लॉग लिखना अच्छा लगता...
Follow:
Published: 03/06/2025
540 लोगों ने देखा
No Comments
शेयर
9 मिनट में पढ़ें
8 Islamic Principles for Successful Business, in the Light of the Holy Quran and Hadith

इस्लाम हमें जीवन की हर संभावित स्थिति में मार्गदर्शित करता है यहां तक व्यापार के आधारभूत नैतिक मूल्यों को भी निर्धारित करता है। हमारे व्यापार को निष्पक्ष और नैतिक तरीकों से संचालित करने के लिए एक संपूर्ण ढांचे के साथ  व्यापार के लिए इस्लामी सिद्धांत भी हैं। ये सिद्धांत न केवल मुसलमानों के लिए हैं बल्कि उन सभी के लिए हैं जो नैतिक मूल्यों के साथ व्यवसाय संचालन करना चाहते हैं। यहां हम व्यापार के लिए 5 इस्लामी सिद्धांतों को सूचीबद्ध कर रहे हैं जो आप के व्यापार को सुचारू और सफल बना देंगे। व्यापार के लिए इस्लामी सिद्धांत हैं-

हाईलाइट्स
1. व्यापार के लिए भी अच्छी नीयत करना चाहियेः2. वैध वस्तुओं की बिक्री करना:3. ईमानदारी से व्यापार करें:4. कर्मचारियों के प्रति अच्छा व्यवहार और समय पर भुगतान:5. कोई धोखा या धोखाधड़ी नहीं:6. उत्तम व्यवहार से पेश आना चाहिये:7. लेन देन को लिखते रहें:8. नित्य दान करें:

1. व्यापार के लिए भी अच्छी नीयत करना चाहियेः

अल्लाह तआना ने प्रत्येक कार्य पर पुण्य रखा है। अगर मानव उस कार्य से अल्लाह को प्रसन्न करने की नीयत भी करता है।

उमर बिन खत्ताब (रज़ियल्लाहु अन्हु) से वर्णन है कि मैं ने रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) को फरमाते हुए सुनाः निः संदेह कर्मों  का फल संकल्प (हृदय की ईच्छा) पर आधारित है और हर व्यक्ति के संकल्प के आधार पर अच्छे या बुरे कर्मों का बदला मिलेगा।   ( सही बुखारी )

2. वैध वस्तुओं की बिक्री करना:

जब भी आप कोई व्यवसाय शुरू करने जा रहे हों, तो इस्लाम में वैध वस्तुओं को बेचने का ध्यान रखें। शराब, तंबाकू, सूअर का मांस, अश्लील सामग्री और सेवाओं के साथ-साथ ब्याज-आधारित ऋण जैसी वस्तुओं का व्यापार नहीं किया जाना चाहिए, इस्लाम हमेशा हमें सभी मामलों में ईमानदार और सीधा होना सिखाता है ताकि सभी व्यापार बिना किसी बाधा के किया जा सके।

3. ईमानदारी से व्यापार करें:

इस्लाम न केवल  हमें मार्गदर्शित करता है कि क्या बेचना है या क्या नहीं, बल्कि यह सभी व्यावसायिक मामलों के साथ-साथ  जीवन के मामलों में भी ईमानदार होने पर जोर देता है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम खुले तौर पर ईमानदारी से काम करें ताकि विक्रेता और खरीदार के बीच “विश्वास का संबंध”  को मजबूत बना सकें। क्यों कि व्यापार विश्वास पर निर्भर करता है और इसी विश्वास के कारण भोले भाले लोग धोखा खाते हैं। इसी लिए इस्लामिक शिक्षा बहुत ज़्यदा ज़ोर देती कि व्यापा करते समय सच बोला जाए। धोखा और काला बाज़ारी से दूर रहा जाए।

रसूलअल्लाह ﷺ ने इरशाद फरमाया–

“ईमानदार और भरोसेमंद व्यापारी नबियों, सिद्दीक़ों और शहीदों के साथ होंगे।” [स्रोत: सुनन अल-तिर्मिधि]

4. कर्मचारियों के प्रति अच्छा व्यवहार और समय पर भुगतान:

सभी कर्मचारियों के साथ सौम्य व्यवहार आपको अलग बनाता है और फर्म और कर्मचारियों के बीच एक मजबूत बंधन बनाता है। व्यापार का एक बुनियादी इस्लामी सिद्धांत है कि सभी कर्मचारियों को अच्छे व्यवहार के साथ संभालना और कर्मचारियों को समय पर भुगतान करना चाहिए।

रसूलअल्लाह ﷺ ने इरशाद फरमाया–

“मजदूर का पसीना सूखने से पहले उसकी मजदूरी दो।” [इब्न माजा] एक अन्य बयान में, पैगंबर ने कहा: “जो कोई किसी को उसके लिए काम करने के लिए नियुक्त करता है, उसे उसके लिए अपनी मजदूरी पहले से निर्दिष्ट करनी चाहिए।” [मुसन्नफ अब्दुर-रज्जाक]

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं:  “हे वो लोगो जो ईमान लाये हो! प्रतिबंधों का पूर्ण रूप से पालन करो।” (यह प्रतिबंध धार्मिक आदेशों से संबंधित हों अथवा आपस के हों।) [कुरान 5:1]

उपरोक्त आयत व्यवसाय या जीवन के प्रत्येक चरण में प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के महत्व पर प्रकाश डाल रहा है।

एक अवसर पर, रसूलअल्लाह ﷺ ने बताया कि अल्लाह ने कहा:  “क़यामत के दिन मैं तीन तरह के लोगों का विरोधी होऊँगा: … और जो कर्मचारी रखता है, उनसे पूरा काम लेता है और उन्हें उनकी मज़दूरी नहीं देता।” [सहीह अल बुखारी]

5. कोई धोखा या धोखाधड़ी नहीं:

इस्लामी सिद्धांत स्पष्ट रूप से किसी भी धोखे या कपटपूर्ण व्यवहार में शामिल नहीं होने पर प्रकाश डालते हैं। पवित्र कुरान में प्रतिपक्ष को महत्व देने और उनकी अखंडता को बनाए रखने के लिए सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। यह सिद्धांत दर्शाता है कि हमे लेनदार-देनदार के साथ कैसे ईमानदार होना चाहिए और जिन लोगों के साथ हम व्यापार करते हैं उनका महत्व समझना और सम्मान करना चाहिए।

सर्वशक्तिमान अल्लाह कहते हैं: ” हे ईमान वालो! आपस में एक-दूसरे का धन अवैध रूप से न खाओ, परन्तु ये कि लेन-देन तुम्हारी आपस की स्वीकृति से (धर्म विधानुसार) हो” [कुरान 4:29]

एक हदीस हदीस में है कि,

पैगंबर मुहम्मद ﷺ अनाज बेचने वाले एक व्यापारी के पास से गुजरे। उसने अपना हाथ उसके अनाज के अंदर रखा और नमी महसूस की, हालाँकि सतह सूखी थी। उन्होने व्यापारी से इसका कारण पूछा, उसने जवाब में कहा कि वह बारिश में भीग गये। पैगंबर  मुहम्मद ﷺ ने उनसे पूछा, “आपने इसे क्यों छुपाया और गीले अनाज को उजागर क्यों नहीं किया (ताकि यह खरीदार को दिखाई दे)।” फिर उन्होंने ने कहा, “जो लोग धोखे का सहारा लेते हैं, वे हम में से नहीं हैं (ईमान वालों में से)।”[सहीह मुस्लिम]

6. उत्तम व्यवहार से पेश आना चाहिये:

व्यापार करते समय उत्तम व्यवहार से पेश आना चाहिये लोगों के साथ नरमी और दियालुता करना चाहिये। किसी भी उपचार  में सहनशीलता बर्ता जाए (ग्राहक अगर आप के सर्विस या वस्तु में दोष बताए तो उसे सही करने में सहनशीलता बरतें) । सुंदर आचरण से मेल मिलाप करना चाहिये। लेन देन में लेगों को कुछ छूट दी जाए।

जैसा कि जाबिर बिन अब्दुल्लाह (रज़ियल्लाहु अन्हु) से वर्णन है कि रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फरमायाः “अल्लाह उस व्यक्ति पर दया करे जो लोगों के साथ नरमी तथा दयालुता से पेश आता है। जब वह खरीदता और बेचता है और लोगों से अपना कर्ज़ वापस माँगता है। तो अच्छे तरीके माँगता है।” (सही बुखारीः )

7. लेन देन को लिखते रहें:

व्यापार में उधार लेना उधार देना चलता रहता है लेकिन कई बार हम कुछ चीजों को भूल जाते हैं जिससे समस्या उत्पन्न हो जाती है और हम जाने अनजाने में अपना या फिर दूसरे का नुकसान करा देते हैं। अगर आप अपने बिजनेस को बढ़ाना चाहते हैं तो, लाभ-हानि और लेन-देन लिखना अनिवार्य शर्त है।

हे ईमान वालो! जब तुम आपस में किसी निश्चित अवधि तक के लिए उधार लेन-देन करो, तो उसे लिख लिया करो….

(क़ुरान 2:282)

8. नित्य दान करें:

हमारे पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) ने दान पर जोर दिया और व्यापारियों को दान देने की सलाह दी। उन्होंने कहा: 

“ऐ व्यापारियों, बैशक शैतान और गुनाह व्यापार के समय उपस्थित रहते हैं, तो तुम अपने खरीदने और बेचने को सद्का के माध्यम से पवित्र करो।”    (सुनन तिर्मिज़ी)

व्यापार के लिए ये इस्लामी नियम और शिष्टाचार है जो व्यवसाय को सुचारू रूप से चलाने के लिए आवश्यक होते हैं। इन पर अमल करने से व्यापार में अल्लाह तआला बरकत देता है। हमें अब इन सभी सिद्धांतों का पालन करना सुनिश्चित करना होगा और सर्वशक्तिमान अल्लाह को खुश करने का कारण बनाना होगा।

हम द नूर पोस्ट में आपके सलाह और विचारों का स्वागत करते हैं। अगर आपके पास साझा करने के लिए कोई जानकारी है तो कॉमेंट करें। अल्लाह हमारे सभी अच्छे कामों को स्वीकार करे। आमीन!

टैग :ब्लॉगमज़हबशिक्षा
शेयर करें :
Facebook Pinterest Whatsapp Whatsapp
◈  इस पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दें :
Proud6
Happy1
Love2
Surprise1
Sad0
Angry0
एо अहमद
लेखकएо अहमद
Founder and Editor
Follow:
मैं आफताब अहमद इस साइट पर एक लेखक हूं, मुझे विभिन्न शैलियों और विषयों पर लिखना पसंद है। मुझे ऐसा निबंध और ब्लॉग लिखना अच्छा लगता है जो मेरे पाठकों को चिंतन और प्रेरणा देती हैं।
कमेंट करें! कमेंट करें!

कमेंट करें! Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

हमें फॉलो करें >>

FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
YoutubeSubscribe

सबसे अधिक पढ़ी गईं >>

shahad-quran-madhumakkhi-science

वैज्ञानिकों ने मधुमक्खी के बारे में जो खोज अब किया वह कुरान में 1400 साल पहले ही लिख दी गई थी।

एо अहमद
8 मिनट में पढ़ें
17 लोगों ने देखा

शेख अब्दुल हक देहलवी: मध्यकालीन भारत के महान सूफी विद्वान और साहित्यकार

एо अहमद
15 मिनट में पढ़ें
23 लोगों ने देखा

जिज्ञासु यात्री अल-मसूदी: इतिहास और भूगोल का चमकता सितारा

एо अहमद
14 मिनट में पढ़ें
22 लोगों ने देखा

मौलाना शौकत अली: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायक और एकता के प्रतीक

एо अहमद
18 मिनट में पढ़ें
6 लोगों ने देखा

सिराजुद्दौला: बंगाल का अंतिम स्वतंत्र नवाब, जीवन, कार्य और प्लासी की लड़ाई

एо अहमद
12 मिनट में पढ़ें
7 लोगों ने देखा

नासिर अल-दीन तुसी: मध्ययुगीन विद्वान की प्रेरणादायक कहानी और बगदाद की घेराबंदी के बाद पुस्तकों का संरक्षक

एо अहमद
13 मिनट में पढ़ें
17 लोगों ने देखा

अल-इद्रीसी: मध्यकालीन विश्व का महान भूगोलवेत्ता और उनकी रोमांचक कहानियां

एо अहमद
12 मिनट में पढ़ें
17 लोगों ने देखा

सच में होता है टाइम ट्रैवल, क्या भविष्य से आ सकता है पृथ्वी पर कोई इंसान? जानिए क्या कहता है साइंस।

एо अहमद
6 मिनट में पढ़ें
5 लोगों ने देखा

हज के बारे में पांच ख़ास बातें जो शायद आपको ना पता हों।

एо अहमद
9 मिनट में पढ़ें
85 लोगों ने देखा

अपनी याददाश्त को बेहतर बनाएँ: 11 आसान और वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित तरीकों से।

एо अहमद
5 मिनट में पढ़ें
27 लोगों ने देखा
Avatar
Daily Hadith
Today at 12:00 PM

सम्बंधित टॉपिक >>

What-is-the-real-purpose-of-the-Quran-being-revealed

कुरान के नाजिल होने का असल मक़सद क्या है?

जुबेर खान 'अकेला'
3 मिनट में पढ़ें
353 लोगों ने देखा

किताब-उल-हिन्द: भारत के इतिहास और संस्कृति का एक ऐतिहासिक दस्तावेज

एо अहमद
11 मिनट में पढ़ें
4 लोगों ने देखा

क्या है शब-ए-बारात की फजीलत?

एо अहमद
7 मिनट में पढ़ें
5 लोगों ने देखा

शब-ए-बारात कि रात इबादत कैसे करें?

एо अहमद
3 मिनट में पढ़ें
7 लोगों ने देखा

महत्वपूर्ण लिंक्स

  • सहेजी गई पोस्ट
  • आपके लिए
  • पढ़े गए पोस्ट
  • पसंदीदा टॉपिक्स
  • मेरी प्रोफाइल
  • हमारे बारे में
  • हमारी सहायता करें
  • हमे विज्ञापन दें
  • भविष्य योजना
  • साइट के लेखक
  • संपर्क करें
  • गोपनीयता नीति
  • अस्वीकरण
  • सेवा की शर्तें
  • सुधार नीति

All content © NoorPost


adbanner
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

क्या पासवर्ड भूल गए?

Not a member? Sign Up
हमसे जुड़े रहने और लगातार नोटिफिकेशन पाने के लिए नोटिफिकेशन ऑन करें Ok No thanks