News Video Quiz Tools More

Quiz Categories

General Knowledge Test Your IQ Islamic Knowledge Quiz Science Quiz History Quiz Fun Quiz

Tools & Utilities

Age Calculator Unit Converter QR Code Generator BMI Calculator Search Tool Love Calculator Wishes

Explore More

About Us Donate Us Privacy Policy Terms of Service Contact Advertise With Us Correction Policy Disclaimer Future Plan Writers
By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
NoorPostNoorPost
  • होम
  • न्यूज़
    • राष्ट्रीय
    • अंतरराष्ट्रीय
    • मुस्लिम दुनिया
  • इतिहास
    • मुस्लिम वैज्ञानिक
    • सामाजिक कार्यकर्ता
    • स्वतंत्रता सेनानी
    • उस्मानी साम्राज्य
    • जीवनी
  • वीडियो
  • ब्लॉग
  • मजहब
  • अन्य
    • खान-पान
    • स्वास्थ्य
    • शिक्षा
    • रोजगार
    • साइंस-टेक्नोलॉजी
      • मोबाइल
Sign In
नोटिफिकेशन और दिखाएं
Font Resizerआ
Font Resizerआ
NoorPostNoorPost
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • मुस्लिम दुनिया
  • इतिहास
  • खान-पान
  • ब्लॉग
  • मजहब
  • रोजगार
  • वीडियो
  • शिक्षा
  • साइंस-टेक्नोलॉजी
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
Search
  • प्रमुख पेज
    • होम
    • संपर्क करें
    • गोपनीयता नीति
    • अस्वीकरण
    • सर्च करें
  • मेरी चीजें
    • सुरक्षित पोस्ट
    • मेरे लिए
    • पढ़े गए पोस्ट
    • पसंदीदा टॉपिक्स
    • पसंदीदा लेखक/लेखिका
  • Categories
    • मुस्लिम दुनिया
    • राष्ट्रीय
    • अंतरराष्ट्रीय
    • इतिहास
    • खान-पान
    • ब्लॉग
    • मजहब
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
    • रोजगार
    • वीडियो
    • साइंस-टेक्नोलॉजी
    • सोशल मीडिया
Sign In Sign In
Follow US
> इतिहास > दो महान स्वतंत्रता सेनानीयों की मां स्वतंत्रता सेनानी “अबादी बानो बेग़म” (Abadi Bano Begum)

दो महान स्वतंत्रता सेनानीयों की मां स्वतंत्रता सेनानी “अबादी बानो बेग़म” (Abadi Bano Begum)

एо अहमद
एо अहमद
एо अहमद
लेखकएо अहमद
Founder and Editor
मैं आफताब अहमद इस साइट पर एक लेखक हूं, मुझे विभिन्न शैलियों और विषयों पर लिखना पसंद है। मुझे ऐसा निबंध और ब्लॉग लिखना अच्छा लगता...
Follow:
Published: 17/06/2025
5 लोगों ने देखा
2 Comments
शेयर
6 मिनट में पढ़ें
abadi-bano-begum-bi-amma-freedom-fighter

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अनगिनत नायकों ने अपना सर्वस्व न्योछावर किया। इन नामों में कुछ ऐसे भी हैं जिनके योगदान को अक्सर वह पहचान नहीं मिल पाती जिसके वे हकदार हैं। ऐसी ही एक महान शख्सियत थीं अबादी बानो बेगम, जिन्हें प्यार से बी अम्माँ के नाम से जाना जाता है। उनका जीवन, संघर्ष और निडरता न केवल भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय है, बल्कि आज भी हर मुस्लिम महिला और हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

हाईलाइट्स
प्रारंभिक जीवन और असाधारण साहस का बीजस्वतंत्रता संग्राम में एक मुखर आवाज़निडरता और विरासत

प्रारंभिक जीवन और असाधारण साहस का बीज

सन् 1850 में उत्तर प्रदेश में जन्मी अबादी बानो बेगम ने बहुत कम उम्र में ही देश की नब्ज़ को पहचान लिया था। जब वह मात्र सात वर्ष की थीं, तब उन्होंने 1857 की आज़ादी की पहली क्रांति को, जिसमें उनका परिवार भी शामिल था, बहुत नज़दीक से देखा। इस अनुभव ने उनके भीतर स्वतंत्रता की एक ऐसी चिंगारी प्रज्ज्वलित कर दी जो उनके जीवनभर धधकती रही।

उनके पति, अब्दुल अली खान, रामपुर रियासत में एक वरिष्ठ अधिकारी थे, लेकिन उनके असामयिक निधन ने अबादी बेगम पर पाँच बच्चों की बड़ी ज़िम्मेदारी डाल दी। सीमित संसाधनों के बावजूद, उन्होंने अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प के साथ इन चुनौतियों का सामना किया। उन्होंने न केवल अपने बच्चों को बरेली के अंग्रेज़ी मीडियम स्कूल में पढ़ाया, बल्कि उन्हें अलीगढ़ से लेकर ऑक्सफ़ोर्ड तक उच्च शिक्षा के लिए भेजा। इसके लिए उन्हें अपने गहने तक बेचने पड़े, लेकिन उन्होंने सुनिश्चित किया कि उनके बच्चे बेहतरीन शिक्षा प्राप्त करें और देश के प्रति अपने कर्तव्य को समझें। इसी शिक्षा का परिणाम था कि उनके पुत्र, मौलाना मुहम्मद अली जौहर और मौलाना शौकत अली, आगे चलकर स्वयं प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी बने।

स्वतंत्रता संग्राम में एक मुखर आवाज़

बचपन में देखी गई क्रांति की चिंगारी बड़े होने तक अबादी बेगम के भीतर प्रज्ज्वलित रही। बुर्का पहनकर भी उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाई और खिलाफत आंदोलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनीं। 1917 में जब श्रीमती एनी बेसेंट को जेल हुई, तब अबादी बेगम स्वाधीनता संग्राम से ऐसी जुड़ीं कि फिर मुड़कर पीछे नहीं देखा। वे आख़िर दम तक डटी रहीं और महात्मा गांधी जी के आह्वान पर असहयोग आंदोलन से जुड़ गईं। उनकी सक्रियता और प्रभाव से प्रेरित होकर बड़ी संख्या में महिलाएँ इस आंदोलन से जुड़ीं, जो उस समय एक अभूतपूर्व बात थी।

बी अम्माँ महिला सभाओं को संबोधित करती थीं। स्वतंत्रता आंदोलनों और मुस्लिम लीग के सत्रों में उनके दिए मार्मिक और ज़बरदस्त भाषणों ने जनमानस, विशेषकर मुसलमानों पर, गहरा और प्रभावी असर किया। उन्होंने अपने धार्मिक मूल्यों के साथ-साथ राष्ट्रीय मूल्यों का भी पालन किया। परदे में रहकर भी उन्होंने बड़ी-बड़ी सभाओं को संबोधित किया और पर्दानशीं औरतों को भी आज़ादी के आंदोलन से जोड़ दिया। इस प्रकार, उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में हिन्दू-मुस्लिम एकता को एक डोर में पिरोया, क्योंकि वे हिन्दू-मुस्लिम को देश की दो आँखें कहा करती थीं। उन्होंने पूरे भारत में यात्राएँ कीं और स्वतंत्रता आंदोलनों तथा बाल गंगाधर तिलक द्वारा स्थापित तिलक स्वराज कोष के लिए धन जुटाया।

निडरता और विरासत

अबादी बानो बेगम की निडरता का एक और उदाहरण तब सामने आया जब उनके बेटों, मौलाना मुहम्मद अली जौहर और मौलाना शौकत अली के बारे में यह झूठ फैलाया गया कि उन्होंने सज़ा से बचने के लिए अंग्रेज़ों से माफ़ी मांग ली है। इस पर बी अम्माँ ने दृढ़ता से कहा, “पहले तो मेरे बेटे सरकार से माफ़ी मांगेंगे नहीं, पर अगर उन्होंने यह किया है तो मेरे बूढ़े हाथों में अभी इतना दम है कि मैं उनका गला दबा सकती हूँ।” यह कथन उनकी हिम्मत, देश प्रेम और सिद्धांतों के प्रति उनकी अटूट निष्ठा को दर्शाता है।

अबादी बेगम का पूरा जीवन देश को समर्पित और स्वतंत्रता के आंदोलन में बीता। उन्होंने यही मशाल अपने बेटों और देश के लाखों लोगों में जलाई। 13 नवंबर 1924 को यह महान आत्मा दुनिया से विदा हो गईं, लेकिन उन्होंने हमारे देश और समाज के लिए, एक स्त्री और एक मुस्लिम स्त्री होने के नाते, एक अमिट मिसाल कायम की।

हालाँकि अबादी बानो खुद बहुत पढ़ी-लिखी नहीं थीं, लेकिन वे बहुत ही प्रगतिशील विचारों वाली दूरदर्शी महिला थीं। वे हमेशा शैक्षणिक कार्यों के लिए अग्रसर रहती थीं और आधुनिक शिक्षा की प्रबल पक्षधर थीं।

आज हमारा यह कर्तव्य बनता है कि हम उनके जीवन को अपने समाज और देश के विकास के लिए एक मिसाल बनाएँ। उनकी हिम्मत और बलिदान को याद रखें ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियाँ उनके पदचिह्नों पर चल सकें और एक समृद्ध, एकजुट भारत का निर्माण कर सकें। अबादी बानो बेगम की कहानी हर उस मुस्लिम महिला को प्रेरित करती है जो समाज में अपनी आवाज़ उठाना चाहती है और देश के लिए कुछ करना चाहती है।

टैग :इतिहासमुस्लिम स्वतंत्रता सेनानी
शेयर करें :
Facebook Pinterest Whatsapp Whatsapp
◈  इस पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दें :
Proud2
Happy0
Love0
Surprise1
Sad0
Angry0
एо अहमद
लेखकएо अहमद
Founder and Editor
Follow:
मैं आफताब अहमद इस साइट पर एक लेखक हूं, मुझे विभिन्न शैलियों और विषयों पर लिखना पसंद है। मुझे ऐसा निबंध और ब्लॉग लिखना अच्छा लगता है जो मेरे पाठकों को चिंतन और प्रेरणा देती हैं।
2 कमेंट 2 कमेंट
  • स्वतंत्रता सेनानि मोहम्मद अली जौहर जिन्होंने अंग्रेजों से कहा मेरे मुल्क को आज़ादी दो या मेरे कब says:

    […] में मृत्यु हो गई, जिसके बाद उनकी मां, आबादी बानो बेगम, ने परिवार की जिम्मेदारी […]

    Log in to Reply
  • मौलाना शौकत अली: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायक और एकता के प्रतीक says:

    […] आबादी बानो से हुई, जिन्हें इतिहास ‘बी अम्मा‘ के नाम से जानता है। आबादी बानो स्वयं […]

    Log in to Reply

कमेंट करें! Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

हमें फॉलो करें >>

FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
YoutubeSubscribe

सबसे अधिक पढ़ी गईं >>

shahad-quran-madhumakkhi-science

वैज्ञानिकों ने मधुमक्खी के बारे में जो खोज अब किया वह कुरान में 1400 साल पहले ही लिख दी गई थी।

एо अहमद
8 मिनट में पढ़ें
17 लोगों ने देखा

शेख अब्दुल हक देहलवी: मध्यकालीन भारत के महान सूफी विद्वान और साहित्यकार

एо अहमद
15 मिनट में पढ़ें
23 लोगों ने देखा

जिज्ञासु यात्री अल-मसूदी: इतिहास और भूगोल का चमकता सितारा

एо अहमद
14 मिनट में पढ़ें
22 लोगों ने देखा

मौलाना शौकत अली: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायक और एकता के प्रतीक

एо अहमद
18 मिनट में पढ़ें
6 लोगों ने देखा

सिराजुद्दौला: बंगाल का अंतिम स्वतंत्र नवाब, जीवन, कार्य और प्लासी की लड़ाई

एо अहमद
12 मिनट में पढ़ें
7 लोगों ने देखा

अल-इद्रीसी: मध्यकालीन विश्व का महान भूगोलवेत्ता और उनकी रोमांचक कहानियां

एо अहमद
12 मिनट में पढ़ें
17 लोगों ने देखा

नासिर अल-दीन तुसी: मध्ययुगीन विद्वान की प्रेरणादायक कहानी और बगदाद की घेराबंदी के बाद पुस्तकों का संरक्षक

एо अहमद
13 मिनट में पढ़ें
17 लोगों ने देखा

सच में होता है टाइम ट्रैवल, क्या भविष्य से आ सकता है पृथ्वी पर कोई इंसान? जानिए क्या कहता है साइंस।

एо अहमद
6 मिनट में पढ़ें
5 लोगों ने देखा

हज के बारे में पांच ख़ास बातें जो शायद आपको ना पता हों।

एо अहमद
9 मिनट में पढ़ें
85 लोगों ने देखा

अपनी याददाश्त को बेहतर बनाएँ: 11 आसान और वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित तरीकों से।

एо अहमद
5 मिनट में पढ़ें
27 लोगों ने देखा
Avatar
Daily Hadith
Today at 12:00 PM

सम्बंधित टॉपिक >>

Abu-Bakr-al-Razi

मिलिए 9वीं सदी के एक प्रसिद्ध मुस्लिम चिकित्सक अल-रज़ी से जिन्होंने चेचक की पहचान किया।

एо अहमद
4 मिनट में पढ़ें
89 लोगों ने देखा

मुंदार खातून: रानी लक्ष्मीबाई की महिला मित्र जिन्होंने देश के लिए खुद को शहीद कर दिया

एо अहमद
2 मिनट में पढ़ें
2k लोगों ने देखा

गणित की मदद से पृथ्वी को नापने वाला और ब्रह्मांड के रहस्यों से पर्दा उठाने वाला शख्स: अल-फरगानी

एо अहमद
16 मिनट में पढ़ें
2 लोगों ने देखा

मिस्र का ताकतवर हुक्मरान मुहम्मद करीम, जिसे वहां की आवाम मौत से बचा सकती थी, लेकिन मिली दर्दनाक मौत।

एо अहमद
3 मिनट में पढ़ें
1 View

महत्वपूर्ण लिंक्स

  • सहेजी गई पोस्ट
  • आपके लिए
  • पढ़े गए पोस्ट
  • पसंदीदा टॉपिक्स
  • मेरी प्रोफाइल
  • हमारे बारे में
  • हमारी सहायता करें
  • हमे विज्ञापन दें
  • भविष्य योजना
  • साइट के लेखक
  • संपर्क करें
  • गोपनीयता नीति
  • अस्वीकरण
  • सेवा की शर्तें
  • सुधार नीति

All content © NoorPost


adbanner
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

क्या पासवर्ड भूल गए?

Not a member? Sign Up
हमसे जुड़े रहने और लगातार नोटिफिकेशन पाने के लिए नोटिफिकेशन ऑन करें Ok No thanks