हर किसी को समय-समय पर भूलने की बीमारी होती है, खासकर जब जीवन मैं व्यस्तता अधिक होती है। हालांकि यह हम सभी के साथ होता है, लेकिन खराब याददाश्त निराशाजनक हो सकती है।
सौभाग्य से, शोध से पता चला है कि अपने आहार और जीवन शैली में कुछ छोटे बदलावों के साथ, आप अपनी याददाश्त में सुधार कर सकते हैं।
आपकी याददाश्त को स्वाभाविक रूप से बेहतर बनाने के वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित तरीके यहां दिए गए हैं, आइए प्रत्येक तरीके को विस्तार से समझते हैं-
- अच्छा खाना खाएँ: आपका दिमाग तभी अच्छा काम करता है, जब उसे सही खाना मिले। मछली, अखरोट और अलसी के बीज में ओमेगा-3 नामक तत्व होता है, जो दिमाग के लिए बहुत अच्छा है। इसके अलावा, ब्लूबेरी, ब्रोकोली, कद्दू के बीज और हल्दी भी दिमाग को स्वस्थ रखते हैं। रोज़ एक मुट्ठी ब्लूबेरी खाएँ—इनमें खास तत्व (एंटीऑक्सिडेंट) होते हैं, जो याददाश्त को मजबूत करते हैं।
- अच्छी और पूरी नींद लें: कम नींद लेने से याददाश्त कमजोर हो सकती है। जब आप सोते हैं, तो आपका दिमाग दिनभर की जानकारी को व्यवस्थित करता है। यह छोटी-छोटी बातों को लंबे समय तक याद रखने वाली यादों में बदलता है। एक अध्ययन में पाया गया कि जो किशोर रात को 7-9 घंटे की पूरी नींद लेते हैं, वे स्मृति परीक्षणों में उन बच्चों से 20% बेहतर प्रदर्शन करते हैं, जो कम सोते हैं। इसलिए रात को अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है।
- व्यायाम और ध्यान करें: रोज़ टहलना, दौड़ना या कोई शारीरिक व्यायाम करना दिमाग में खून का प्रवाह बढ़ाता है, जिससे दिमाग तेज होता है। इसके साथ ही, ध्यान (मेडिटेशन) करने से तनाव कम होता है और दिमाग को साफ-सुथरी सोच मिलती है। ध्यान से दिमाग का एक खास हिस्सा (ग्रे मैटर) बढ़ता है, जो याददाश्त और सीखने के लिए बहुत जरूरी है।
- दिमाग को नई चुनौतियाँ दें: पहेलियाँ सुलझाना, सुडोकू खेलना या नई भाषा सीखना आपके दिमाग को सक्रिय रखता है। ये गतिविधियाँ दिमाग में नए कनेक्शन बनाती हैं, जिससे आपकी याददाश्त और सोचने की क्षमता बेहतर होती है।
- दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएँ: दोस्तों और परिवार के साथ बातचीत करना या समय बिताना आपके दिमाग को सक्रिय रखता है। सामाजिक गतिविधियाँ दिमाग को मानसिक उत्तेजना देती हैं, जिससे याददाश्त मजबूत होती है।
- खूब पानी पिएँ: पानी आपके दिमाग की कोशिकाओं को ठीक ढंग से काम करने में मदद करता है। अगर आप कम पानी पीते हैं, तो दिमाग की कार्यक्षमता कम हो सकती है। इसलिए दिनभर में खूब पानी पीते रहें (लगभग 8 गिलास)।
- विटामिन लें: विटामिन बी6, बी12 और फोलिक एसिड दिमाग के लिए बहुत जरूरी हैं। ये आपके मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। डॉक्टर की सलाह से इनका सेवन करें।
- मोबाइल और कंप्यूटर की नीली रोशनी से बचें: अपने मोबाइल या कंप्यूटर स्क्रीन की नीली रोशनी कम करें। यह रोशनी नींद को नियंत्रित करने वाले हार्मोन (मेलाटोनिन) को प्रभावित करती है, जिससे नींद खराब हो सकती है। खराब नींद का असर याददाश्त पर पड़ता है। नीली रोशनी के खतरनाक प्रभाव के बारे में हमारे अन्य पोस्ट “आपका मोबाइल छोड़ रहा है नीली खतरनाक तरंगे। कैसे करें अपना बचाव।” में विस्तार से पढ़ें।
- कुछ नया सीखते रहें: नया शौक अपनाना, जैसे पेंटिंग करना या ऑनलाइन कोर्स लेना, आपके दिमाग को सक्रिय रखता है। यह याददाश्त और सोचने की क्षमता को बेहतर करता है।
- स्वस्थ वजन बनाए रखें: ज्यादा वजन होने से दिमाग की कार्यक्षमता कम हो सकती है। अध्ययनों के अनुसार, मोटापा सूजन और इंसुलिन की समस्या बढ़ाता है, जो याददाश्त को नुकसान पहुँचाता है। जो लोग स्वस्थ वजन रखते हैं, वे स्मृति परीक्षणों में बेहतर प्रदर्शन करते हैं। इसलिए अपने वजन को नियंत्रित रखें। इसके लिए आप अपने शरीर का बॉडी मास इंडेक्स यानी बीएमआई पता करें और उसके हिसाब से अपने डाइट को फॉलो करें इसके लिए आप हमारे बीएमआई टूल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- डार्क चॉकलेट खाएँ: डार्क चॉकलेट (जिसमें 70% कोको हो) में फ्लेवोनोइड्स नामक तत्व होते हैं, जो दिमाग में खून का प्रवाह बढ़ाते हैं। यह न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि याददाश्त के लिए भी फायदेमंद है। लेकिन ज्यादा मीठी या व्हाइट चॉकलेट से बचें, क्योंकि वे नुकसान कर सकती हैं।
इन तरीकों से, आप अपनी याददाश्त को स्वाभाविक रूप से बेहतर बना सकते हैं। क्या इनमें से किसी विशेष तरीके के बारे में आपको और अधिक जानकारी चाहिए? तो कमेंट करें! 😊