News Video Quiz Tools More

Quiz Categories

General Knowledge Test Your IQ Islamic Knowledge Quiz Science Quiz History Quiz Fun Quiz

Tools & Utilities

Age Calculator Unit Converter QR Code Generator BMI Calculator Search Tool Love Calculator Wishes

Explore More

About Us Donate Us Privacy Policy Terms of Service Contact Advertise With Us Correction Policy Disclaimer Future Plan Writers
By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
NoorPostNoorPost
  • होम
  • न्यूज़
    • राष्ट्रीय
    • अंतरराष्ट्रीय
    • मुस्लिम दुनिया
  • इतिहास
    • मुस्लिम वैज्ञानिक
    • सामाजिक कार्यकर्ता
    • स्वतंत्रता सेनानी
    • उस्मानी साम्राज्य
    • जीवनी
  • वीडियो
  • ब्लॉग
  • मजहब
  • अन्य
    • खान-पान
    • स्वास्थ्य
    • शिक्षा
    • रोजगार
    • साइंस-टेक्नोलॉजी
      • मोबाइल
Sign In
नोटिफिकेशन और दिखाएं
Font Resizerआ
Font Resizerआ
NoorPostNoorPost
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • मुस्लिम दुनिया
  • इतिहास
  • खान-पान
  • ब्लॉग
  • मजहब
  • रोजगार
  • वीडियो
  • शिक्षा
  • साइंस-टेक्नोलॉजी
  • सोशल मीडिया
  • स्वास्थ्य
Search
  • प्रमुख पेज
    • होम
    • संपर्क करें
    • गोपनीयता नीति
    • अस्वीकरण
    • सर्च करें
  • मेरी चीजें
    • सुरक्षित पोस्ट
    • मेरे लिए
    • पढ़े गए पोस्ट
    • पसंदीदा टॉपिक्स
    • पसंदीदा लेखक/लेखिका
  • Categories
    • मुस्लिम दुनिया
    • राष्ट्रीय
    • अंतरराष्ट्रीय
    • इतिहास
    • खान-पान
    • ब्लॉग
    • मजहब
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
    • रोजगार
    • वीडियो
    • साइंस-टेक्नोलॉजी
    • सोशल मीडिया
Sign In Sign In
Follow US
> क्यों और कैसे? > 🥃 इस्लाम में शराब क्यों हराम है? एक विस्तृत विश्लेषण।

🥃 इस्लाम में शराब क्यों हराम है? एक विस्तृत विश्लेषण।

इस्लाम में शराब क्यों हराम है? पढ़ें इससे संबंधित कुरान की आयतों, हदीसों और रोचक किस्से। क्या है शराब का स्वास्थ्य, समाज और आध्यात्मिक नुकसान।
एо अहमद
एо अहमद
एо अहमद
लेखकएо अहमद
Founder and Editor
मैं आफताब अहमद इस साइट पर एक लेखक हूं, मुझे विभिन्न शैलियों और विषयों पर लिखना पसंद है। मुझे ऐसा निबंध और ब्लॉग लिखना अच्छा लगता...
Follow:
Published: 01/09/2025
49 लोगों ने देखा
No Comments
शेयर
17 मिनट में पढ़ें

कल्पना कीजिए एक ऐसा दौर जहां रेगिस्तान की गर्म हवाओं में शराब की महक फैली हुई हो। अरब के बाजारों में लोग खजूर की शराब (खम्र) के घूंट भरते हुए हंसते-खेलते हों, लेकिन उनके दिलों में डर, दुश्मनी और अंधविश्वास का जहर घुला हो। सातवीं शताब्दी का अरब – जहां जुआ, शराब और हिंसा आम थे। तभी एक पैगंबर का आगमन हुआ, मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम), जिन्होंने शराब पीने को “शैतान की घिनौनी करतूत” बताकर इसे हमेशा के लिए हराम कर दिया।

हाईलाइट्स
  • 👀 शराब की वैश्विक समस्या: मौत का जहर जो हर साल लाखों को निगलता है
  • ⚔️ अमेरिकी प्रोहिबिशन की असफलता: 13 साल की जंग जो हार गई
  • 📖 बाइबल में शराब की स्थिति: अनुमति जो समस्या बनी
  • 🕌 इस्लाम में शराब का निषेध: कुरान की क्रमिक आयतें – एक थ्रिलर जैसी प्रक्रिया
  • 📜 हदीसों में शराब: पैगंबर की चेतावनियां और रोचक किस्से
  • 💔 शराब के कारण आध्यात्मिक, स्वास्थ्य और सामाजिक नुकसान
  • 🌍 ऐतिहासिक संदर्भ: इस्लाम जहां-जहां फैला, शराब मिटा
  • ❤️ निष्कर्ष: इस्लाम का संदेश – शराब छोड़ो, जिंदगी जीयो
  • ❓ इस्लाम में शराब पर 10 महत्वपूर्ण FAQs
  • 🙌 आपसे अनुरोध

इस्लाम में शराब पीना क्यों मना है? क्योंकि ये न सिर्फ शरीर को खोखला करती है, बल्कि दिमाग को गुलाम बनाती है, समाज को तोड़ती है और अल्लाह से दूर करती है। इस लेख में हम कुरान की आयतों, पैगंबर की हदीसों और वैश्विक आंकड़ों से साबित करेंगे कि ये निषेध कितना जरूरी है।


👀 शराब की वैश्विक समस्या: मौत का जहर जो हर साल लाखों को निगलता है

आज की दुनिया में शराब एक स्टाइल स्टेटमेंट बन चुकी है – पार्टीज, बार और सोशल मीडिया पर ग्लास टकराने वाली तस्वीरें। लेकिन इसके पीछे छिपी काली सच्चाई कुछ और है? विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, शराब हर साल 30 लाख से ज्यादा मौतों के लिए जिम्मेदार है। सिर्फ अमेरिका में हर साल 88,000 लोग शराब से मरते हैं, जो वहां मौत की तीसरी बड़ा वजह है।

एक रोचक लेकिन डरावना सच: 2005 में अमेरिका में एक स्टडी हुई, जिसमें पता चला कि हर तीन में से एक वयस्क को कभी न कभी शराब की लत लगी होती है। कल्पना कीजिए एक युवा लड़के को, जो कॉलेज पार्टी में पहली बार शराब पीता है। शुरू में मजा आता है, लेकिन धीरे-धीरे वो लत का शिकार हो जाता है – नौकरी जाती है, परिवार टूटता है, और अंत में मौत। ये कोई फिल्म नहीं, बल्कि असली जिंदगी की सच्चाई है। “शराब” हेरोइन या कोकेन से ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि ये गैरकानूनी नहीं है और समाज में स्वीकार्य है।

भारत में भी हालात बदतर हैं – लाखों युवा शराब की चपेट में हैं, जो अपराध, घरेलू हिंसा और दुर्घटनाओं को बढ़ावा देती है। एक कोट याद रखो: पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फरमाया,

तुम शराब हरगिज़ मत पियो इसलिए कि शराब तमाम बुराइयों की जड़ है। -(मुसनद अहमद #22075)

युवाओं, अगर तुम “शराब के सामाजिक नुकसान” गूगल करोगे, तो ये आंकड़े तुम्हें हिला देंगे। इस्लाम ने 1400 साल पहले ही इस जहर को पहचान लिया था!


⚔️ अमेरिकी प्रोहिबिशन की असफलता: 13 साल की जंग जो हार गई

अब आते हैं एक सनसनीखेज ऐतिहासिक किस्से पर – अमेरिका का प्रोहिबिशन एरा! 1920 में अमेरिका ने शराब पर पूर्ण बैन लगा दिया। सोचा गया कि समाज साफ हो जाएगा, अपराध कम होंगे। लेकिन क्या हुआ? पहले साल शराब का सेवन 20-40% कम हुआ, लेकिन जल्द ही लोग घरों में शराब बनाने लगे – 70 करोड़ गैलन बीयर!

कल्पना कीजिए गुप्त बारों को, जहां लोग छिपकर पीते थे। माफिया सरगना जैसे अल कैपोन शराब तस्करी से अमीर बने। एडवर्ड बेह्र की किताब “प्रोहिबिशन: 13 ईयर्स दैट चेंज्ड अमेरिका” में लिखा है कि अमेरिका 13 साल तक “जंगली पीने की होड़” में रहा। लोग मारिजुआना, हेरोइन जैसी ड्रग्स की तरफ मुड़े, जो और घातक थीं। अंत में 1933 में बैन हटा लिया गया, क्योंकि लोग तैयार नहीं थे।

ये असफलता क्यों? क्योंकि ये सिर्फ कानून था, दिल से नहीं। इस्लाम में शराब का निषेध सफल रहा क्योंकि ये अल्लाह का हुक्म था, और क्रमिक तरीके से लागू हुआ। युवाओं, ये कहानी सिखाती है कि बिना ईमान के कोई बदलाव नहीं टिकता। अगर तुम “अमेरिकी प्रोहिबिशन की असफलता” सर्च करोगे, तो समझोगे कि इस्लाम की हिकमत कितनी गहरी है।

शराब पश्चिमी समाज में व्यापक रूप से स्वीकार्य है, लेकिन यह हेरोइन और कोकेन जैसी अवैध ड्रग्स से अधिक नुकसान पहुंचाती है। अपराध, घरेलू हिंसा, दुर्घटनाएं और स्वास्थ्य समस्याएं शराब से जुड़ी हैं। यदि आप “शराब के सामाजिक नुकसान” सर्च करते हैं, तो ये आंकड़े आपको चौंका देंगे। इस्लाम इन समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करता है, जहां शराब को समाज के हित में पूरी तरह निषिद्ध किया गया है।


📖 बाइबल में शराब की स्थिति: अनुमति जो समस्या बनी

अब तुलना करते हैं बाइबल से। ईसाई धर्म में शराब हराम नहीं है – बल्कि ये खुशी का प्रतीक है! बाइबल के भजन 104:14-15 में लिखा है कि शराब दिल को खुश करती है। जॉन अध्याय 2 में यीशु का पहला चमत्कार पानी को वाइन में बदलना था।

एक रोचक कहानी: यीशु एक शादी में जाते हैं, जहां शराब खत्म हो जाती है। वे पानी को वाइन बना देते हैं, और लोग कहते हैं, “ये तो सबसे अच्छी वाइन है!” लेकिन इस अनुमति के क्या परिणाम? पश्चिमी समाज में शराब की लत फैली, पादरी भी पीने लगे। हजरत मिर्जा गुलाम अहमद (अस) ने कहा, “बाइबल में शराब की स्पष्ट निषेध नहीं है, जिससे यूरोप में अपराध बढ़े।”

इस्लाम इससे अलग है – यहां शराब शैतान का हथियार है। अगर आप “बाइबल में शराब” सर्च करोगे, तो देखोगे कि धार्मिक अनुमति ने समस्या को कैसे बढ़ाया। इस्लाम कहता है: “शराब से बचो, ताकि तुम सफल हो।” (कुरान 5:90)।


🕌 इस्लाम में शराब का निषेध: कुरान की क्रमिक आयतें – एक थ्रिलर जैसी प्रक्रिया

इस्लाम में शराब का बैन कोई अचानक फैसला नहीं था। ये एक स्मार्ट प्लान था – क्रमिक, ताकि लोग आसानी से मान लें। अरब में शराब इतनी आम थी कि लोग इसे पानी की तरह पीते थे। अल्लाह ने पहले नुकसान बताए, फिर रोक लगाई।

पहला चरण: नुकसान vs फायदे
एक बार मदीना के बाजार में। लोग पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) से पूछते हैं, “आप शराब और जुआ के बारे में क्या कहते हैं?” पैगंबर जवाब देते हैं कुरान की आयत से: “उनमें बड़ा पाप है और कुछ लाभ भी, लेकिन पाप ज्यादा है।” (सूरह अल-बकरा 2:219)। लोग सोचने लगे – हां, शराब से व्यापार होता है, लेकिन झगड़े भी तो बढ़ते हैं!

दूसरा चरण: नमाज के समय दूर रहो
दो साथी नशे में मस्जिद पहुंचे, नमाज में गड़बड़ी की। पैगंबर ने देखा, और यह आयत नाज़िल हुई: “नमाज के पास मत जाओ जब नशे में हो।” (सूरह अन-निसा 4:43)। सोचो – दिन में पांच नमाज है! अगर नशा हो तो नमाज कैसे पढ़ेंगे जबकि नमाज फर्ज है? तो लोग धीरे-धीरे लोग शराब कम करने लगे।

तीसरा चरण: पूर्ण बैन
अंत में यह आयत नाजिल हुई: “हे ईमान वालो! निःसंदेह शराब, जुआ, देवस्थान और पाँसे शैतानी मलिन कर्म हैं, अतः इनसे दूर रहो, ताकि तुम सफल हो जाओ।” -(सूरह अल-माइदा 5:90)

शैतान तो यही चाहता है कि शराब (मदिरा) तथा जूए द्वारा तुम्हारे बीच बैर तथा द्वेष डाल दे और तुम्हें अल्लाह की याद तथा नमाज़ से रोक दे, तो क्या तुम रुकोगे या नहीं? -(सूरह अल-माइदा 5:91)

शैतान शराब से दुश्मनी और नफरत पैदा करता है, अल्लाह की याद से रोकता है। और शराब पीना हराम है।

सनसनीखेज पल: यह आयत सुनते ही लोग शराब बहाने लगे! मदीना की गलियां शराब की नदियों जैसी हो गईं। हजरत अनस बिन मालिक (रजि.) ने बताया, “हमने कभी सोचा नहीं था कि इतनी शराब इतनी आसानी से छूट जाएगी।” हजरत आयशा (रजि.) ने कहा, “अगर शुरू में बैन होता तो लोग कहते, ‘कभी नहीं छोड़ेंगे!'”

जहां-जहां इस्लाम फैला, शराब समाप्त हुई, जैसे उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व में। इतिहासकार डेविड कोर्टराइट और अर्नोल्ड टॉयनबी ने इस्लाम की शराब मुक्ति की प्रशंसा की है।


📜 हदीसों में शराब: पैगंबर की चेतावनियां और रोचक किस्से

पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने शराब को “सभी बुराइयों की मां” कहा। एक हदीस: “हर नशा करने वाली चीज खम्र है, और हर खम्र हराम है।” (मुस्लिम)। एक और हदीस में: “शराब पीने वाले की 40 दिन नमाज कबूल नहीं होती।”

रोचक कहानी: एक  बार एक युवा सहाबी शराब पीकर पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के पास आए। पैगंबर ने कहा, “क्या तू नहीं जानता है कि शराब हराम है?” वो बोला, “हां, लेकिन लत है।” पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने दुआ की, और वो लत छूट गई!


💔 शराब के कारण आध्यात्मिक, स्वास्थ्य और सामाजिक नुकसान

आध्यात्मिक: इस्लाम में कुरान शराब को हराम घोषित करता है, क्योंकि यह इंसान को शैतान के प्रभाव में लाता है और उसकी इबादत को प्रभावित करता है। इसके अलावा, शराब की लत व्यक्ति की नैतिकता को कमजोर करता है। नशे की हालत में लोग अनैतिक कार्य करते हैं, जैसे झूठ बोलना, धोखा देना या हिंसा आदि।

स्वास्थ्य: शराब का सेवन शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, यह वैश्विक स्तर पर लाखों मौतों का प्रमुख कारण है। इसका सबसे विनाशकारी प्रभाव लीवर पर पड़ता है, जिससे फैटी लीवर, हेपेटाइटिस और सिरोसिस जैसी जानलेवा बीमारियाँ होती हैं। यह हृदय के लिए भी घातक है, क्योंकि इससे उच्च रक्तचाप और दिल के दौरे का खतरा बढ़ता है। मस्तिष्क पर इसके प्रभाव से याददाश्त कमजोर होती है और डिमेंशिया जैसी गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। मानसिक स्तर पर, शराब अवसाद, चिंता और व्यसन को जन्म देती है। इसके अतिरिक्त, यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करती है, पाचन तंत्र को नुकसान पहुँचाती है और मुँह, गले तथा लीवर के कैंसर का खतरा बढ़ाती है। शराब व्यक्ति की निर्णय क्षमता को प्रभावित कर दुर्घटनाओं का कारण भी बनती है।

सामाजिक: शराब एक सामाजिक अभिशाप है जो समाज के ताने-बाने को कमजोर करता है। पारिवारिक स्तर पर यह घरेलू हिंसा, कलह और तलाक का एक मुख्य कारण है। शराबी अभिभावकों के बच्चे अक्सर मानसिक रूप से प्रभावित होते हैं और उनका भविष्य अंधकारमय हो जाता है। सामाजिक स्तर पर, शराब अपराधों को बढ़ावा देती है; नशे की हालत में मारपीट, चोरी और हत्या जैसी घटनाएँ बढ़ जाती हैं, जिससे समाज में असुरक्षा फैलती है। आर्थिक दृष्टि से, शराब व्यक्ति की कार्यक्षमता घटाकर गरीबी और बेरोजगारी को जन्म देती है। देश की स्वास्थ्य सेवाओं पर भी शराब से होने वाली बीमारियों और दुर्घटनाओं का भारी बोझ पड़ता है। यह सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों का पतन करती है तथा समुदायों के बीच असमानता को गहरा करती है। कुल मिलाकर, शराब व्यक्तिगत जीवन से लेकर पूरे समाज की प्रगति में एक गंभीर बाधा है।

इन्हीं कारणों से इस्लाम में शराब हराम है।


🌍 ऐतिहासिक संदर्भ: इस्लाम जहां-जहां फैला, शराब मिटा

सातवीं शताब्दी में जब इस्लाम का उदय हुआ, तब अरब प्रायद्वीप में शराब का सेवन सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से बहुत आम था। समारोहों, काव्य सभाओं और रोजमर्रा की जिंदगी में भी शराब एक महत्वपूर्ण हिस्सा हुआ करती थी। हालाँकि, इस्लाम के आगमन के साथ इस क्षेत्र में एक बड़ा सामाजिक परिवर्तन आया।

जैसे-जैसे इस्लाम का प्रसार उत्तरी अफ्रीका, मध्य पूर्व और अन्य क्षेत्रों में हुआ, शराब की खपत में भारी कमी आई। जिन समाजों में शराब पीना एक गहरी परंपरा थी, वहाँ भी इस्लामी शिक्षाओं ने एक बड़ा बदलाव लाया। अंगूर के बाग, जो कभी शराब बनाने के लिए इस्तेमाल होते थे, अब दूसरे मक़सद के लिए उपयोग किए जाने लगे।

इतिहासकार अर्नोल्ड टॉयनबी ने इस सामाजिक परिवर्तन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इस्लाम ने दुनिया के एक बड़े हिस्से से शराब की बुराई को सफलतापूर्वक समाप्त करके एक अनूठी मिसाल कायम की। यह केवल एक नियम लागू करना नहीं था, बल्कि इसने लोगों के नैतिक और सामाजिक जीवन को एक नई दिशा दी। इस प्रकार, इस्लाम ने न केवल एक धार्मिक विश्वास प्रणाली की स्थापना की, बल्कि अपने अनुयायियों के लिए एक नई सामाजिक और नैतिक व्यवस्था भी बनाई, जिसमें शराब के लिए कोई जगह नहीं थी।


❤️ निष्कर्ष: इस्लाम का संदेश – शराब छोड़ो, जिंदगी जीयो

शराब की समस्या आज वैश्विक है, लेकिन इस्लाम का निषेध एक सफल मॉडल है। हजरत मिर्जा गुलाम अहमद (अस) ने कहा कि शराब की व्यापकता ने इस्लाम की सुंदरता उजागर की। समाज को शराब से मुक्ति के लिए इस्लामी शिक्षाओं की आवश्यकता है।

इस्लाम में शराब का निषेध इंसान की भलाई के लिए है, जो आस्था, स्वास्थ्य और समाज की रक्षा करता है। मुसलमानों का कर्तव्य है कि वे इससे दूर रहें और वैकल्पिक तरीकों से आराम व खुशी पाएं, जैसे परिवार, इबादत और स्वस्थ जीवनशैली।


❓ इस्लाम में शराब पर 10 महत्वपूर्ण FAQs

प्रश्न 1. इस्लाम में शराब क्यों हराम है?
उत्तर: क्योंकि ये शैतान की करतूत है, दुश्मनी पैदा करती है और अल्लाह से दूर करती है (कुरान 5:90-91)।

प्रश्न 2. कुरान में शराब का निषेध कब हुआ?
उत्तर: क्रमिक रूप से – पहले नुकसान बताए, फिर पूर्ण बैन।

प्रश्न 3. क्या थोड़ी शराब जायज है?
उत्तर: नहीं, पैगंबर ने कहा, थोड़ी भी हराम है।

प्रश्न 4. शराब के स्वास्थ्य नुकसान क्या हैं?
उत्तर: कैंसर, लीवर रोग, मानसिक विकार – WHO के अनुसार।

प्रश्न 5. अमेरिकी प्रोहिबिशन क्यों असफल रहा?
उत्तर: क्योंकि बिना ईमान के कानून नहीं टिका।

प्रश्न 6. बाइबल में शराब की क्या स्थिति है?
उत्तर: अनुमत, लेकिन नशा पाप – जो समस्या बढ़ाती है।

प्रश्न 7. पैगंबर ने शराब को क्या कहा?
उत्तर: सभी पापों की जड़।

प्रश्न 8. इस्लाम में दवा में शराब जायज है?
उत्तर: हां, अगर जरूरी हो।

प्रश्न 9. शराब छोड़ने का तरीका क्या है?
उत्तर: दुआ, इबादत और क्रमिक कम करना।

प्रश्न 10. आज शराब की समस्या कितनी बड़ी है?
उत्तर: वैश्विक: 30 लाख मौतें सालाना।


🙌 आपसे अनुरोध

👉 अगर ये लेख आप को प्रेरित किया हो, तो इसे अभी अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ शेयर करें।
👉 नीचे कमेंट करके बताओ कि इस पोस्ट में कौन सी बात ने आप को सबसे ज्यादा प्रभावित किया।
👉 और अगर आप चाहते हो कि ऐसे प्रेरक लेख आते रहें, तो हमें डोनेट करके सहयोग जरूर करें – आप का योगदान हमें मजबूत बनाएगा।

टैग :क्योंमज़हब
शेयर करें :
Facebook Pinterest Whatsapp Whatsapp
◈  इस पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दें :
Proud1
Happy0
Love0
Surprise1
Sad0
Angry0
एо अहमद
लेखकएо अहमद
Founder and Editor
Follow:
मैं आफताब अहमद इस साइट पर एक लेखक हूं, मुझे विभिन्न शैलियों और विषयों पर लिखना पसंद है। मुझे ऐसा निबंध और ब्लॉग लिखना अच्छा लगता है जो मेरे पाठकों को चिंतन और प्रेरणा देती हैं।
कमेंट करें! कमेंट करें!

कमेंट करें! Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

हमें फॉलो करें >>

FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
YoutubeSubscribe

सबसे अधिक पढ़ी गईं >>

डॉ. ज़ाकिर हुसैन: भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति की प्रेरणादायक कहानी

12 मिनट में पढ़ें
52 लोगों ने देखा

अल-इद्रीसी: मध्यकालीन विश्व का महान भूगोलवेत्ता और उनकी रोमांचक कहानियां

12 मिनट में पढ़ें
134 लोगों ने देखा

इंकलाब जिंदाबाद का नारा देने वाले क्रांतिकारी: मौलाना हसरत मोहानी

13 मिनट में पढ़ें
50 लोगों ने देखा

बच्चों को नमाज़ की आदत डालने के 4 मजेदार और आसान तरीके

5 मिनट में पढ़ें
48 लोगों ने देखा

मंगोल युग के अंधेरे दौर में एक चमकती रोशनी: इब्न तैमिय्या

12 मिनट में पढ़ें
45 लोगों ने देखा

🌟 इमाम अहमद इब्न हंबल: एक बहादुर योद्धा की कहानी जिसने इल्म और ईमान की मिसाल कायम की

20 मिनट में पढ़ें
46 लोगों ने देखा

मौलाना शाह अब्दुल कादिर लुधियानवी: 1857 की जंग-ए-आजादी के गुमनाम नायक

12 मिनट में पढ़ें
81 लोगों ने देखा

हवा में उड़ान भरनेवाला दुनिया का पहला इन्सान “अब्बास इब्न फिरनास”

5 मिनट में पढ़ें
1.8k लोगों ने देखा
abadi-bano-begum-bi-amma-freedom-fighter

दो महान स्वतंत्रता सेनानीयों की मां स्वतंत्रता सेनानी “अबादी बानो बेग़म” (Abadi Bano Begum)

6 मिनट में पढ़ें
13 लोगों ने देखा

अल-काशी: गणित के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी विद्वान

13 मिनट में पढ़ें
21 लोगों ने देखा
Avatar
Daily Hadith
Today at 12:00 PM

सम्बंधित टॉपिक >>

शहद: एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक, इसके फायदे और कुरान-हदीस में इसकी अहमियत।

6 मिनट में पढ़ें
1.7k लोगों ने देखा

मौलाना अबुल आला मौदुदी: किताबों की ताकत से इस्लाम की सच्चाई को दुनिया तक पहुंचाने वाला शख्स

12 मिनट में पढ़ें
352 लोगों ने देखा

क्या है जुमा के दिन कि फजीलत, और हर मुसलमान को जुमा के दिन क्या करना चाहिए?

6 मिनट में पढ़ें
218 लोगों ने देखा
What-is-the-real-purpose-of-the-Quran-being-revealed

कुरान के नाजिल होने का असल मक़सद क्या है?

3 मिनट में पढ़ें
359 लोगों ने देखा

महत्वपूर्ण लिंक्स

  • सहेजी गई पोस्ट
  • आपके लिए
  • पढ़े गए पोस्ट
  • पसंदीदा टॉपिक्स
  • मेरी प्रोफाइल
  • हमारे बारे में
  • हमारी सहायता करें
  • हमे विज्ञापन दें
  • भविष्य योजना
  • साइट के लेखक
  • संपर्क करें
  • गोपनीयता नीति
  • अस्वीकरण
  • सेवा की शर्तें
  • सुधार नीति

All content © NoorPost


adbanner
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

क्या पासवर्ड भूल गए?

Not a member? Sign Up